समर्थ पोर्टल पर परीक्षा फार्म भरने के सख्त निर्देश जारी
गलत विषय चयन मिलने पर फार्म वेरीफाई न करें, सूची भेजने के लिए कहा
जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने आगामी परीक्षाओं को लेकर महाविद्यालयों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी करते हुए कहा है कि समर्थ पोर्टल पर विषय चयन, परीक्षा फार्म, और छात्रों का मूल डेटा पूरी तरह सही दर्ज होना चाहिए। विश्वविद्यालय ने स्पष्ट किया है कि महाविद्यालय द्वारा एक बार फार्म वेरीफाई कर देने के बाद किसी भी प्रकार का संशोधन संभव नहीं होगा।
विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि यदि किसी छात्र का फार्म गलत भरा गया है-जैसे विषय चयन में त्रुटि, पेपर कोड की गलती, या व्यक्तिगत विवरण में मिसमैच हुआ तो महाविद्यालय अनिवार्य रूप से उस फार्म को वेरीफाई न करें। ऐसे मामलों की सूची निर्धारित प्रारूप में बनाकर विशेष वाहक के माध्यम से विश्वविद्यालय भेजनी होगी। विश्वविद्यालय उन फ़ॉर्मों को रि-सेट कर देगा, जिससे छात्र अपने फ़ॉर्म दोबारा सही तरीके से भर सकेंगे।परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने महाविद्यालयों को सख्त चेतावनी के साथ कहा है कि परीक्षा प्रक्रिया में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा-“समर्थ पोर्टल पर फार्म भरना एक तकनीकी प्रक्रिया जरूर है, लेकिन गलती होने की जिम्मेदारी आखिरकार महाविद्यालयों की है।हम चाहते हैं कि परीक्षा सत्र बिना किसी संशोधन-विवाद के सुचारू रूप से चले। इसलिए महाविद्यालय फार्म वेरीफिकेशन से पहले प्रत्येक प्रविष्टि की सावधानीपूर्वक जांच सुनिश्चित करें।गलत भरे फार्म को वेरीफाई करना सीधे तौर पर परीक्षा प्रक्रिया को जोखिम में डालना है।”उन्होंने आगे कहा कि विश्वविद्यालय ने पूरी प्रक्रिया को सरल बनाया है और रि-सेट सुविधा इसलिए उपलब्ध कराई गई है ताकि समय रहते गलतियाँ सुधारी जा सकें। “लेकिन यह सुविधा तभी उपयोगी है जब महाविद्यालय गलती होने पर समय पर सूची भेजें।



