पूर्वांचल विश्वविद्यालय:
5 से 12 सितम्बर तक ऑनलाइन आवेदन,15 सितम्बर तक शुल्क
19-20 सितम्बर को होगी परीक्षा
जौनपुर। वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने छात्रहित में एक बड़ा और ऐतिहासिक निर्णय लिया है। जिन विद्यार्थियों ने अब तक को-करिकुलर परीक्षा नहीं दी है और जिनका परिणाम अधूरा रह गया है, उन्हें विश्वविद्यालय ने एक और अवसर प्रदान किया है। यह निर्णय कुलपति प्रो. वंदना सिंह के निर्देश पर लिया गया, जिसे छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों के लिए बड़ी राहत माना जा रहा है।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह और डिप्टी रजिस्ट्रार अजीत प्रताप सिंह द्वारा जारी सूचना के अनुसार यह सुविधा स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों—बी.ए., बी.एससी., बी.कॉम., बी.बी.ए. और बी.सी.ए.—के उन सभी छात्रों को दी जाएगी, जो विश्वविद्यालय परिसर या संबद्ध महाविद्यालयों में पढ़ रहे हैं और प्रथम से छठवें सेमेस्टर तक किसी भी कारणवश परीक्षा में सम्मिलित नहीं हो सके।
परीक्षा से जुड़ी प्रमुख तिथियाँ
ऑनलाइन आवेदन और सत्यापन : 5 सितम्बर से 12 सितम्बर तक
शुल्क जमा करने की अंतिम तिथि : 15 सितम्बर
प्रस्तावित परीक्षा तिथि : 19-20 सितम्बर
परीक्षा नियंत्रक ने कहा कि यह अवसर विद्यार्थियों के अधूरे परिणाम को पूरा करने का माध्यम बनेगा। उन्होंने सभी संबद्ध महाविद्यालयों को निर्देशित किया है कि वे संबंधित छात्रों को समय से अवगत कराएँ, ताकि किसी का भी शैक्षणिक सत्र प्रभावित न हो।राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत को-करिकुलर परीक्षाओं को विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास से जोड़ा गया है। इन परीक्षाओं का मकसद केवल शैक्षणिक योग्यता को आंकना नहीं है, बल्कि छात्रों में नैतिक मूल्य, सामाजिक उत्तरदायित्व, पर्यावरण जागरूकता और व्यावहारिक कौशल विकसित करना भी है।विश्वविद्यालय का यह कदम हजारों विद्यार्थियों के भविष्य को संवारने वाला साबित होगा। छात्र-छात्राओं के साथ-साथ अभिभावकों और महाविद्यालय संचालकों में भी यह संदेश गया है कि विश्वविद्यालय प्रशासन विद्यार्थियों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील और प्रतिबद्ध है।यह ऐतिहासिक निर्णय न केवल अधूरे परिणाम की समस्या का समाधान करेगा, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता और छात्र हित में विश्वविद्यालय की गंभीरता को भी रेखांकित करता है।



