प्रथम सेमेस्टर छात्रों के लिए दिशा-निर्देश जारी
विषय चयन में छात्रों को अधिक विकल्प
जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (नेशनल एजुकेशन पॉलिसी-एनईपी) 2020 के अनुसार स्नातक प्रथम सेमेस्टर के लिए परीक्षा फार्म भरने और विषय चयन हेतु नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस नए प्रावधान के अंतर्गत छात्रों को अधिक विकल्प मिलेंगे, जिससे उनकी शिक्षा का दायरा बढ़ेगा और वे बहुआयामी दृष्टिकोण से ज्ञान अर्जित कर सकेंगे। अब छात्रों के पास दो मेजर (मुख्य) और एक माइनर (अल्प) विषय चुनने की स्वतंत्रता होगी, जो एनईपी के उद्देश्यों के अनुसार बहुविषयक शिक्षा को बढ़ावा देने में सहायक साबित होगा।
सत्र 2024-25 में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले छात्रों को अपने संकाय (फैकेल्टी) से दो मेजर विषय चुनने होंगे, जिनमें वे सभी छह सेमेस्टर तक अध्ययन करेंगे। इसके अंतर्गत, छात्रों को भाषा, कला, मानविकी, सामाजिक विज्ञान और ललित एवं प्रदर्शन कला संकायों में से किसी एक संकाय के भीतर ही दो मेजर विषय चुनने का विकल्प होगा। इसके साथ ही, यह अतिरिक्त सुविधा दी गई है कि छात्र भाषा संकाय से एक और कला या सामाजिक विज्ञान से दूसरा मेजर विषय चुन सकते हैं, ताकि उनकी शिक्षा में विषयों की विविधता भी शामिल हो। उदाहरण के लिए, यदि एक छात्र हिंदी भाषा विषय को मेजर बनाता है, तो वह इतिहास, समाजशास्त्र जैसे विषयों में से एक को दूसरे मेजर के रूप में चुन सकता है, जो उसके ज्ञान को व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करेगा।
माइनर विषय का चयन और बहुविषयकता का अनुभव
माइनर विषय का चयन छात्रों को एक अतिरिक्त संकाय का अनुभव करने का अवसर देगा। विश्वविद्यालय ने छात्रों के समग्र विकास को ध्यान में रखते हुए यह प्रावधान किया है कि वे किसी अन्य संकाय से माइनर विषय का चयन कर सकते हैं, ताकि वे बहुविषयक दृष्टिकोण से लाभान्वित हो सकें। प्रत्येक माइनर विषय में छह क्रेडिट होंगे। इसके अलावा, यदि माइनर विषय प्रायोगिक (प्रैक्टिकल) है, तो छात्र को उसकी प्रायोगिक परीक्षा में भी सम्मिलित होना होगा। उदाहरण स्वरूप, यदि कोई छात्र विज्ञान संकाय से प्रायोगिक माइनर विषय लेता है, तो उसे प्रायोगिक परीक्षा भी देनी होगी।इस प्रक्रिया का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न संकायों का समग्र अनुभव प्रदान करना है, जिससे वे अपने विषय चयन में बहुआयामी दृष्टिकोण से सोचें और कार्य करें।
इस प्रकार, एनईपी- 2020 के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए विश्वविद्यालय ने एक सकारात्मक पहल की है, जो छात्रों के लिए अधिक लचीलापन और स्वतंत्रता प्रदान करती है।