– हापुड़ में अधिकताओं पर लाठीचार्ज से हैं आंदोलित , प्रदर्शन कर पांच सूत्री ज्ञापन सौंपा
सुलतानपुर।हापुड़ में अधिवक्ताओं पर हुए लाठी चार्ज के मामले में जिले के वकीलों ने प्रदेश बार काउंसिल के आह्वान पर गुरुवार को बार अध्यक्ष अरविंद पांडेय व महासचिव आर्तमणि मिश्र की अगुवाई में विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओ ने पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन व प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए दीवानी परिसर में सरकार का पुतला फूंका । कलेक्ट्रेट तक शांति पूर्वक पैदल मार्च कर उपजिलाधिकारी सीपी पाठक को मुख्यमंत्री को संदर्भित पांच सूत्री ज्ञापन सौपा। अधिवक्ताओं ने बार काउंसिल के आह्वान पर कलेक्ट्रेट में धरना-प्रदर्शन भी किया।
ज्ञापन में अधिवक्ता संगठन की मांग है कि एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू किया जाए ,हापुड़ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक का तत्काल तबादला किया जाए, बर्बरता पूर्ण लाठी चार्ज व महिला वकीलों की पिटाई के दोषी पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज हो और घायल अधिवक्ताओं को तुरंत मुआवजा दिया जाए। साथ ही प्रदेश के अधिवक्ताओं के खिलाफ पुलिस की तरफ से दर्ज कराए गए झूठे व मनगढ़ंत मुकदमों को वापस लिया जाए। बार एसोसिएशन अध्यक्ष अरविंद पांडेय ने कहा कि बार काउंसिल ने हापुड़ मामले को लेकर गुरुवार को शांति मार्च, ज्ञापन व पुतला दहन का निर्देश दिया था। अधिवक्ता हापुड़ कांड को लेकर काफी आक्रोश में है। शीघ्र ही अधिवक्ताओं की मांग का उचित निस्तारण नही हुआ तो बार काउंसिल के निर्देश पर आन्दोलन चलता रहेगा।
फौजदारी अधिवक्ता अरविंद सिंह राजा ने कहा कि हापुड़ कांड के खिलाफ विगत दिनों से चली आ रही वकीलों की प्रदेशव्यापी हड़ताल के बाद भी वकीलों की मांगे न मानना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि प्रदेश शासन का रवैया चिंताजनक है, जिसका खामियाजा सरकार को भुगतना होगा। अधिवक्ताओं पर बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज करने के आरोपियों पर कार्रवाई करने, अधिवक्ता सुरक्षा अधिनियम लागू करने, वकीलों पर दर्ज मुकदमे समाप्त करने और अन्य मांगो को पूरा नही करना तानाशाही को दर्शाता है। कहा कि बार काउंसिल के निर्देश पर आगे भी लड़ाई जारी रहेगी। इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष विद्याभूषण ,पूर्व अध्यक्ष नरोत्तम शुक्ल, महेंद्र प्रसाद शर्मा, अरुण उपाध्याय, , करुणाशंकर दूबे, सिद्दार्थ मिश्र, कुलदीप चतुर्वेदी, कपिल पांडेय, जनार्दन तिवारी, ऐजाज अहमद, जयंत मिश्र , उपाध्यक्ष प्रेम तिवारी , अंकुर पांडेय, सुरेश तिवारी ,हरिराम चतुर्वेदी ,जितेन्द्र मिश्र, अरुण पांडेय समेत सैकड़ो अधिवक्ता मौजूद रहे ।