शैक्षणिक पारदर्शिता और दक्षता की पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने पेश की नई मिसाल
2711 अभ्यर्थियों ने दी परीक्षा, जल्द जारी होगी दूसरे प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी
जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक दक्षता और पारदर्शिता के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक मिसाल पेश की है। विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित पीएचडी प्रवेश परीक्षा (15 जुलाई) के महज तीन दिन के भीतर ही प्रथम प्रश्न पत्र “रिसर्च मेथडोलॉजी” की उत्तर कुंजी गुरुवार शाम को विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर प्रकाशित कर दी गई।
यह विश्वविद्यालय के इतिहास में पहली बार हुआ है, जब इतनी शीघ्रता से उत्तर कुंजी सार्वजनिक की गई हो। यह कदम विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता, पारदर्शिता और समयबद्धता को दर्शाता है, जिससे छात्रों और शिक्षकों में सकारात्मक संदेश गया है।इस वर्ष पीएचडी में प्रवेश हेतु 6350 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इनमें से नेट, जेआरएफ व गेट योग्य अभ्यर्थियों को परीक्षा से मुक्त रखा गया। शेष 4150 पात्र परीक्षार्थियों में से 2711 अभ्यर्थी दोनों पालियों में परीक्षा में सम्मिलित हुए।कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह के नेतृत्व और कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह की निगरानी में परीक्षा आयोजन से लेकर उत्तर कुंजी प्रकाशन तक की प्रक्रिया साफ़-सुथरी और रेकॉर्ड समय में संपन्न की गई। विश्वविद्यालय प्रशासन ने यह भी सूचित किया है कि दूसरे प्रश्न पत्र की उत्तर कुंजी भी शीघ्र ही जारी की जाएगी, ताकि अभ्यर्थी उत्तरों का परीक्षण कर सकें और आवश्यकता हो तो आपत्ति दर्ज कर सकें।शिक्षाविदों और अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालय की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि यह न केवल उत्तर प्रदेश, बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी श्रेष्ठ शैक्षणिक प्रशासन की एक मिसाल है।



