पूर्वांचल विश्वविद्यालय: अर्थदंड न जमा करने वाले महाविद्यालयों के छात्रों का परीक्षा फॉर्म अधर में
138 महाविद्यालयों की स्थिति अनिश्चित, कार्य परिषद की बैठक में होगा अंतिम निर्णय
जौनपुर ।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय से संबद्ध 138 महाविद्यालयों के छात्रों के लिए परीक्षा फॉर्म भरने की प्रक्रिया रुक गई है। इसमें गाजीपुर के 108 और जौनपुर के 30 महाविद्यालय शामिल हैं, जिनका नाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर प्रदर्शित नहीं हो रहा है। यह समस्या तब उत्पन्न हुई जब इन महाविद्यालयों ने पिछले तीन वर्षों से स्थायी संबद्धता के लिए आवश्यक प्रक्रियाएँ पूरी नहीं कीं और अर्थदंड का भुगतान भी लंबित है।
अर्थदंड के कारण वेबसाइट पर नाम नदारद
इन महाविद्यालयों पर प्रति वर्ष 20 हजार रुपये का जुर्माना निर्धारित किया गया था, जो समय पर जमा न होने के कारण अब 30 हजार रुपये तक बढ़ गया है। वर्तमान में 138 महाविद्यालय ऐसे हैं जिन पर यह दंड बकाया है। इनमें 25 महाविद्यालय ऐसे हैं जिन पर एक लाख रुपये से अधिक की देनदारी है, जबकि शेष 113 महाविद्यालयों पर 60 से 90 हजार रुपये तक का बकाया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने इस कारण इन महाविद्यालयों के छात्रों के परीक्षा फॉर्म भरने पर रोक लगा दी है।
महाविद्यालयों का अनुरोध
इन महाविद्यालयों के प्रबंधन ने कुलपति प्रो. वंदना सिंह से आग्रह किया है कि छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए उन्हें परीक्षा फॉर्म भरने की अनुमति दी जाए।
कुलपति का आश्वासन
कुलपति प्रो. वंदना सिंह ने कहा कि छात्रों के हितों को प्राथमिकता दी जाएगी और इस विषय पर निर्णय अगली कार्य परिषद की बैठक में लिया जाएगा। उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक कर इस मामले का अध्ययन किया है और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
कुलसचिव का वक्तव्य
कुलसचिव महेंद्र कुमार ने बताया कि महाविद्यालयों द्वारा अर्थदंड का भुगतान नहीं किए जाने के कारण उनका नाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध नहीं है। उन्होंने कहा, “जैसे-जैसे महाविद्यालय अपने बकाए का भुगतान करेंगे, उनका नाम और परीक्षा फॉर्म वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाएगा।”
विश्वविद्यालय प्रशासन ने संकेत दिया है कि छात्रों के भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जाएंगे, ताकि वे अपनी परीक्षाओं में शामिल हो सकें।