समय पर लोगिन न करने वाले छात्रों के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं
जौनपुर
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं में भाग लेने वाले छात्रों को समर्थ पोर्टल पर लोगिन करने के लिए अभियान को तेज़ कर दिया है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुनिश्चित किया है कि हर छात्र निर्धारित समय सीमा के भीतर पोर्टल पर अपना अकाउंट सक्रिय कर ले। कुलपति प्रो. वंदना सिंह की देखरेख में इस प्रक्रिया को गति दी जा रही है, ताकि किसी छात्र की परीक्षा में बाधा न आए।
बैठक में रणनीति पर चर्चा
शनिवार को विश्वविद्यालय के शीर्ष अधिकारियों की एक बैठक में इस मुहिम को सफल बनाने के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। कुलसचिव महेंद्र कुमार, परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह, उप कुलसचिव अमृतलाल और संबद्धता शाखा के उप कुलसचिव दीपक कुमार सिंह ने छात्रों के लोगिन आंकड़ों की समीक्षा की। बैठक में चर्चा हुई कि लगभग दो लाख छात्र-छात्राओं में से अब तक केवल 28,000 ने समर्थ पोर्टल पर सफलतापूर्वक लोगिन किया है, जबकि बाकी छात्र अभी इस प्रक्रिया से पीछे हैं।
समर्थ पोर्टल की अनिवार्यता और चुनौतियाँ
समर्थ पोर्टल विश्वविद्यालय के अकादमिक और परीक्षा से जुड़े रिकॉर्ड को डिजिटल रूप से सुरक्षित रखने का माध्यम है। यदि छात्र समय पर लोगिन नहीं करते हैं, तो उन्हें परीक्षा में समस्याएं हो सकती हैं। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी विभाग प्रमुखों को निर्देश दिया है कि वे छात्रों को जल्द से जल्द पोर्टल पर लोगिन करने के लिए प्रेरित करें।
विशेष अभियान और प्राचार्यों की जिम्मेदारी
प्रशासन ने छात्रों को जागरूक करने के लिए विशेष अभियान शुरू किया है। विश्वविद्यालय और संबद्ध महाविद्यालयों के प्राचार्यों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने संस्थानों में छात्रों को लोगिन प्रक्रिया पूरी करने के लिए आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान करें।
समय पर लोगिन न करने पर होगी कठिनाई
परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह और उप कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह ने स्पष्ट किया है कि जो छात्र लोगिन प्रक्रिया में देरी करेंगे, उन्हें भविष्य में परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। इसीलिए, छात्रों से अपील की गई है कि वे विलंब न करें और समर्थ पोर्टल पर लोगिन कर अपनी परीक्षा तैयारियों को सुनिश्चित करें।
विश्वविद्यालय प्रशासन की यह मुहिम छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए चलाई जा रही है, ताकि सभी छात्र परीक्षा में बिना किसी रुकावट के सम्मिलित हो सकें।