फादर पी. विक्टर ने कहा, “सेवा ईश्वर द्वारा प्रदत्त वरदान है, जिसे मन, वाणी और तन से निभाना चाहिए।”
गाजीपुर।
हार्टमन कालेज गाजीपुर में सेवा दिवस समारोह बड़े उत्साह और भक्ति के साथ आयोजित किया गया। इस आयोजन में मंडल सेवा समिति, परजीपाह ने भी अपनी विशेष भागीदारी निभाई।सेवा दिवस का शुभारंभ दीप प्रज्वलन से हुआ। इस अवसर पर प्रधानाचार्य फादर पी. विक्टर ने सभी दिव्यांगों का हार्दिक स्वागत करते हुए उन्हें सम्मानित किया। कार्यक्रम में जिला सामाजिक समिति की कार्य प्रभारित सिस्टर अग्नेस, सिस्टर सुनीता, और महिला कार्यकर्ता शांति देवी, अनीशा, शकुंतला, मीना, और अनु का माल्यार्पण और अंग वस्त्र भेंट कर अभिनंदन किया गया।
कार्यक्रम का आरंभ प्राइमरी वर्ग के बच्चों द्वारा स्वागत नृत्य से हुआ। इसके बाद राकेश जोसेफ ने सेवा दिवस और दिव्यांग जनों के प्रोत्साहन पर प्रेरणादायक विचार प्रस्तुत किए।जूनियर वर्ग की छात्राओं ने दिव्यांग जनों के सम्मान में एक डांस-ड्रामा प्रस्तुत किया। इसके अतिरिक्त, दिव्यांग भाइयों आशीष मौर्य और श्री रामाश्रय ने अपने अनुभव गीत और विचारों के माध्यम से साझा किए।दिव्यांग बालक-बालिकाओं ने भी अपने नृत्य के जरिए अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।कार्यक्रम का संचालन अंग्रेजी अध्यापक मुंसफ अली ने किया। समापन के अवसर पर फादर पी. विक्टर ने अपनी आशीर्वचन में एक लघु कहानी के माध्यम से यह संदेश दिया कि जीवन किसी न किसी उद्देश्य के लिए बना है। हमें अपने रूप को स्वीकार करते हुए अपने लक्ष्य की ओर बढ़ना चाहिए और ईश्वर का सदैव आभार व्यक्त करना चाहिए।समारोह के अंत में विद्यालय की ओर से सभी दिव्यांग भाइयों और बहनों को अंग वस्त्र (शॉल) देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विद्यालय के छात्र-छात्राओं ने सेवा भाव से बढ़-चढ़कर भाग लिया।कार्यक्रम का समापन प्रीतिभोज के साथ हुआ, जिसमें सभी अतिथियों और दिव्यांगों को ससम्मान विदा किया गया।