संकाय भवन के शिक्षण कक्षों और प्रयोगशालाओं का निरीक्षण, गुणवत्तापूर्ण शैक्षणिक माहौल पर दिया गया जोर
रामानुजम हॉस्टल में गेस्ट हाउस बनाने का निर्णय, सीवी रमन छात्रावास की जर्जर स्थिति पर जताई चिंता
मल्हनी (जौनपुर):
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत के साथ ही बुनियादी सुविधाओं की स्थिति को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन सक्रिय हो गया है। इसी क्रम में मंगलवार को कुलपति प्रो. वंदना सिंह, कुलसचिव महेंद्र कुमार और उप कुलसचिव अजीत प्रताप सिंह ने संकाय भवन और छात्रावासों का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के पहले चरण में सभी अधिकारी संकाय भवन पहुंचे, जहां उन्होंने शैक्षणिक कक्षाओं और प्रयोगशालाओं (लैब्स) की स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने मौजूद स्टाफ से आवश्यकताओं और संसाधनों की जानकारी ली तथा निर्देश दिया कि शैक्षणिक गुणवत्ता में किसी प्रकार की कमी न होने दी जाए।इसके बाद सभी अधिकारी 209 कमरों वाले रामानुजम हॉस्टल पहुंचे। वहां भूतल पर लंबे समय से खाली पड़े स्थान का उपयोग करते हुए गेस्ट हाउस विकसित करने का निर्णय लिया गया, जिससे विश्वविद्यालय में आने वाले विशिष्ट अतिथियों को ठहरने की बेहतर सुविधा मिल सके।अंत में कुलपति और अधिकारियों ने वर्ष 2016 में निर्मित सीवी रमन छात्रावास का भी निरीक्षण किया, जिसकी स्थिति अब जर्जर हो चुकी है। मेस, कमरे, रसोईघर (किचन), शौचालय सहित सभी सुविधाओं की उन्होंने बारीकी से समीक्षा की।निरीक्षण के दौरान कई स्थानों पर रंग-रोगन, टाइल्स टूटने, पाइपलाइन लीकेज और गंदगी की शिकायत मिली, जिस पर कुलपति ने संबंधित अधिकारियों को तत्काल मरम्मत और सफाई कार्य कराने के निर्देश दिए।कुलपति ने स्पष्ट कहा कि छात्रों को स्वच्छ, सुरक्षित और अनुकूल वातावरण देना विश्वविद्यालय की प्राथमिकता है, और इसके लिए जरूरी सुधार कार्यों में कोई लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।इस मौके पर डॉ.सौरभ पाल, डॉ.श्याम कन्हैया,राजेंद्र प्रताप सिंह,लाल बहादुर यादव आदि उपस्थित रहे।