जौनपुर।
सरायख्वाजा थाना क्षेत्र में 30 अक्टूबर को एक अज्ञात शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई थी। यह शव लपरी गांव के 15 वर्षीय सत्यम बिंद का था, जिसकी पहचान दो नवंबर को उसके कपड़ों से की गई। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर सत्यम के परिजनों को सौंप दिया, जिसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए शव को गांव ले जा रहे थे। इसी दौरान आक्रोशित ग्रामीणों ने चौराहे पर जाम लगाकर प्रदर्शन किया।
हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग
सत्यम की हत्या की आशंका के चलते आक्रोशित युवाओं और ग्रामीणों ने हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए लपरी चौराहे पर जाम लगा दिया। करीब आधे घंटे तक शाहगंज-जौनपुर मार्ग पर जाम लगा रहा, जिससे यातायात बाधित हुआ। ग्रामीणों का आरोप है कि सत्यम की हत्या की गई है, और पुलिस को तत्काल दोषियों को पकड़ना चाहिए। इस दौरान गांव के प्रमुख लोग और पुलिस मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस के आश्वासन के बाद ही लोगों ने जाम हटाया और अंतिम संस्कार के लिए रवाना हुए।
सत्यम के गायब होने के बाद हुई दुखद घटना
सत्यम 26 अक्टूबर को अचानक घर से लापता हो गया था, जिसके बाद उसके चाचा प्रकाश बिंद ने सरायख्वाजा थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। 30 अक्टूबर को लपरी पशु चिकित्सालय के पीछे एक शव मिला, जिसे पहचानना मुश्किल था। शव को अज्ञात मानते हुए पुलिस ने उसे मोर्चरी में रखवा दिया, लेकिन दो नवंबर को कपड़ों से उसकी पहचान की गई और यह पता चला कि वह सत्यम था।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
सत्यम के माता-पिता का पहले ही देहांत हो चुका था। वह लकड़ी चौराहे पर छोटी-मोटी दुकानों में काम करके अपनी आजीविका चलाता था। परिवार में उसकी कमाई ही एकमात्र सहारा थी। उसकी अचानक और दुखद मौत ने पूरे परिवार और गांव को गहरे सदमे में डाल दिया है।
पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और भरोसा दिलाया है कि जल्द ही दोषियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।