– बाढ़ से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह से तैयार
– 9 नविकों के साथ ही बाढ़ चौकियों की हुई स्थापना
डलमऊ, रायबरेली।
डलमऊ आसपास के कटरी के क्षेत्र में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। जिससे गंगा के किनारे स्थित गांव में पानी पहुंचने के करीब है। हालांकि किसानों की गंगा कटरी की फसले जलमग्न हो चुकी हैं। जिनसे बचाव के लिए तहसील प्रशासन प्रयास कर रहा है। शुक्रवार को गंगा का जलस्तर 99.020 नापा गया जो खतरे के निशान से 34 मी अभी भी दूर है।
गुरुवार की अपेक्षा शुक्रवार को गंगा का जलस्तर में मामूली से वृद्धि पाई गई है। तहसील प्रशासन द्वारा गंगा कटरी के पूरे रेवती, जमाल नगर मोहद्दीनपुर, अंबहा के गांव में बाढ़ से निपटने के लिए पूरी तैयारी कर ली गई है। तीन बाढ़ चौकिया की स्थापना की गई है साथ ही नौ नाविको की व्यवस्था कराई गई है। राजस्व व अन्य विभाग के कर्मचारियों को लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं। अपर जिलाधिकारी उप जिलाधिकारी एवं तहसीलदार के द्वारा लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का निरीक्षण किया जा रहा है। शुक्रवार को गंगा कटरी के पूरे रेवती, जमाल नगर मोहद्दीपुर में गांव के किनारे तक गंगा का पानी पहुंच गया है लोगों को घरों से निकलने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवारा मवेशियों को चारे की समस्या खड़ी हो रही है। उकृषि विभाग के कर्मचारियों को नुकसान हुई फसलों का आकलन के लिए निर्देशित किया गया है। क्षेत्रीय लेखपाल लगातार बाढ़ चौकिया की निगरानी कर रहे हैं। डलमऊ के स्नान घाटों तक पानी पहुंच गया है वीआईपी घाट को जाने वाले पुल पूरी तरह से जलमग्न हो गया है। स्नान घाटों में ऊपर तक पानी पहुंचने से स्नान घाट पूरी तरह से डूब गए हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के गांव के ग्रामीणों ने बताया कि लगातार बढ़ रहे गंगा के जलस्तर के चलते लोगों को घर से निकलना मुश्किल हो रहा है यदि ऐसी ही स्थिति रही तो लोगों को घर से पलायन करना पड़ सकता है।