गाजीपुर:
रक्षाबंधन का पर्व सदियों से भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रहा है, लेकिन इस बार हार्टमन इंटर कॉलेज, गाजीपुर ने इसे एक नए और व्यापक परिप्रेक्ष्य में मनाया। शनिवार को रक्षाबंधन की पूर्व संध्या पर विद्यालय की छात्राओं और शिक्षिकाओं ने एक अनूठी पहल के तहत वृक्षों को राखी बांधकर पर्यावरण संरक्षण और संवर्धन का संदेश दिया। इस कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के प्रिंसिपल फादर पी. विक्टर की देखरेख में हुआ, जिन्होंने इस अवसर को केवल एक पर्व से आगे बढ़ाकर प्रकृति के साथ हमारे अटूट संबंध का प्रतीक बना दिया।
इस अवसर पर प्रिंसिपल फादर पी. विक्टर ने कहा, “वृक्ष हमारे जीवन के आधार हैं, वे हमारी धरती के असली संरक्षक हैं। रक्षाबंधन केवल भाई-बहन का त्योहार नहीं है, बल्कि यह हमारे द्वारा किए गए वादों और संकल्पों का भी प्रतीक है। जिस प्रकार राखी बांधकर बहनें अपने भाइयों की रक्षा की कामना करती हैं, उसी प्रकार हमें भी पर्यावरण की रक्षा का संकल्प लेना चाहिए।”
कार्यक्रम की शुरुआत वृक्षों को राखी बांधने की विधि से हुई, जहां छात्राओं ने हर वृक्ष के तने पर पवित्र धागा बांधा और उन्हें जीवनदायिनी मानकर उनकी रक्षा का संकल्प लिया। इस दौरान वृक्षों को एक नए दृष्टिकोण से देखा गया—न केवल एक साधारण पेड़ के रूप में, बल्कि एक संरक्षक और मित्र के रूप में जो हमें जीवनदायिनी हवा, छांव और फल प्रदान करता है।
इस अनोखे कार्यक्रम के माध्यम से छात्राओं ने एक महत्वपूर्ण संदेश दिया कि आज की पीढ़ी को पर्यावरण की रक्षा के प्रति जागरूक होना होगा। वृक्षों को राखी बांधकर उन्होंने इस संदेश को फैलाया कि जैसे हम अपने रिश्तों की रक्षा करते हैं, वैसे ही हमें प्रकृति की भी रक्षा करनी चाहिए। प्रकृति और मानव के बीच का यह बंधन हर साल इसी प्रकार मनाया जाए, इसका संकल्प भी लिया गया।शिक्षिकाओं ने भी इस पहल का समर्थन करते हुए कहा कि यह कदम छात्राओं के लिए जीवनभर यादगार रहेगा और उन्हें प्रकृति के प्रति अपने कर्तव्यों को समझने की प्रेरणा देगा। पर्यावरण संरक्षण का यह संदेश केवल कक्षा के भीतर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि समाज में भी फैलाया जाएगा।
रक्षाबंधन के इस नवाचार ने न केवल पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक धरोहर को भी एक नए आयाम से जोड़ा है। वृक्षों के प्रति इस सम्मान ने समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य किया और अन्य शिक्षण संस्थानों को भी इस दिशा में प्रेरित किया।
कार्यक्रम के अंत में प्रिंसिपल फादर पी. विक्टर ने कहा, “यह केवल एक शुरुआत है। यदि हम सब अपने पर्यावरण के प्रति संवेदनशील होते हैं और अपने जीवन में छोटे-छोटे बदलाव लाते हैं, तो हम एक बड़ा बदलाव ला सकते हैं। वृक्षों को राखी बांधने की यह परंपरा हर साल इसी जोश और उत्साह के साथ दोहराई जाएगी।”
हार्टमन इंटर कॉलेज, गाजीपुर में मनाया गया यह रक्षाबंधन का पर्व केवल एक धार्मिक या सांस्कृतिक उत्सव नहीं था, बल्कि यह पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारियों को याद दिलाने वाला एक महत्वपूर्ण कदम भी था। वृक्षों को राखी बांधने की इस अनोखी पहल ने पूरे विद्यालय में जागरूकता की एक नई लहर पैदा की और सभी को इस बात का एहसास दिलाया कि हमें अपने पर्यावरण की रक्षा के लिए सचेत और सक्रिय होना पड़ेगा।