पूर्वांचल विश्वविद्यालय:
तीन साल से दाखिले न होने के कारण कार्रवाई, जल्द जारी होंगे आधिकारिक आदेश
जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय प्रशासन ने गाजीपुर और जौनपुर जिलों के 13 महाविद्यालयों की संबद्धता समाप्त करने का फैसला लिया है। इन कॉलेजों में पिछले तीन वर्षों से किसी भी छात्र का नामांकन नहीं हो सका है, और न ही विश्वविद्यालय को आवश्यक प्रतिवेदन या जानकारी भेजी गई है। विश्वविद्यालय के नियमों के अनुसार, लगातार तीन वर्षों तक नामांकन न होने पर कॉलेज की संबद्धता स्वतः समाप्त मानी जाती है।
सख्त निर्णय का उद्देश्य:
पूर्वांचल विश्वविद्यालय के कुल 573 संबद्ध महाविद्यालयों में से गाजीपुर के 6 और जौनपुर के 7 महाविद्यालयों ने तीन वर्षों से कोई नया नामांकन नहीं किया। विश्वविद्यालय के अधिनियम के अनुसार, अगर कोई कॉलेज तीन साल तक छात्रों का प्रवेश नहीं कराता और जरूरी रिपोर्ट या जानकारी प्रस्तुत नहीं करता, तो उसकी संबद्धता खत्म करने का प्रावधान है। इस नियम के तहत इन 13 महाविद्यालयों की संबद्धता समाप्त करने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, और जल्द ही औपचारिक आदेश जारी किए जाएंगे।संबद्धता समाप्त होने के बाद इन महाविद्यालयों का नाम विश्वविद्यालय की वेबसाइट और आधिकारिक सूची से हटा दिया जाएगा। इस कार्रवाई को निष्क्रिय महाविद्यालयों के खिलाफ उठाया गया सख्त कदम माना जा रहा है, जो उच्च शिक्षा के मानकों को बनाए रखने और शैक्षिक वातावरण को सुधारने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह निर्णय उन संस्थानों को स्पष्ट संदेश देगा जो अपनी शैक्षिक जिम्मेदारियों का पालन करने में विफल रहे हैं।
“पिछले तीन वर्षों से एक भी छात्र का प्रवेश न लेने वाले और आवश्यक जानकारी न देने वाले 13 महाविद्यालयों की संबद्धता समाप्त की जा रही है। इन महाविद्यालयों को जल्द ही औपचारिक पत्र जारी किया जाएगा, और इन्हें विश्वविद्यालय की सूची से हटा दिया जाएगा। यदि ये महाविद्यालय भविष्य में पुनः संबद्धता प्राप्त करना चाहेंगे, तो उन्हें पैनल कराकर सभी औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।”
— महेंद्र कुमार, कुलसचिव, वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय