**गाजीपुर।**
हार्टमन इंटर कॉलेज, गाजीपुर के प्रिंसिपल और काशी रत्न प्राप्त पर्यावरण रक्षक, फादर पी. विक्टर ने बुधवार को अपने कॉलेज के कार्यालय से समाज को एक प्रेरणादायक संदेश दिया। उन्होंने कहा, “दोस्तों, देर से सही, लेकिन निरंतर मेहनत करने वालों को अंत में खूबसूरत परिणाम मिलता ही है। कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती है।”
### मेहनत और सेवा का संदेश
फादर विक्टर ने अपने संदेश में बताया कि चाहे वक्त बुरा हो या अच्छा, मेहनत और सेवा का कोई विकल्प नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर वक्त बुरा है तो मेहनत करें, और अगर वक्त अच्छा है तो किसी की सेवा करें। यही जीवन का मूल मंत्र है।”
### पर्यावरण और समाज की सेवा
फादर विक्टर ने अपने भाषण में पर्यावरण और समाज की सेवा पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि मेहनत और सेवा का सबसे अच्छा तरीका है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करें और समाज के जरूरतमंद लोगों की सहायता करें। उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे छोटे-छोटे प्रयास जैसे वृक्षारोपण, प्लास्टिक का कम उपयोग, और स्वच्छता अभियान से हम अपने पर्यावरण को बचा सकते हैं।
### समाज के लिए प्रेरणा
फादर विक्टर का यह संदेश समाज के हर वर्ग के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उन्होंने अपने विद्यार्थियों और समाज के अन्य लोगों से अपील की कि वे अपने जीवन में मेहनत और सेवा को अपनाएं। “जब हम अपने समय और संसाधनों का सही उपयोग करते हैं, तो हम न केवल अपने जीवन को संवारते हैं बल्कि समाज और पर्यावरण के लिए भी योगदान देते हैं,” उन्होंने कहा।
### शासन-प्रशासन पर प्रभाव
फादर विक्टर के इस मार्मिक संदेश का असर न केवल आम जनता पर बल्कि शासन-प्रशासन पर भी पड़ा है। उनके विचारों से प्रेरित होकर सरकार और प्रशासन ने पर्यावरण संरक्षण और समाज सेवा की दिशा में ठोस कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। गाजीपुर जिले में कई नए पर्यावरण संरक्षण कार्यक्रम शुरू किए गए हैं, जिनमें वृक्षारोपण अभियान, प्लास्टिक मुक्त अभियान और स्वच्छता अभियान शामिल हैं।
### स्थानीय प्रशासन की पहल
स्थानीय प्रशासन ने भी फादर विक्टर के संदेश से प्रेरित होकर कई नई योजनाएं शुरू की हैं। जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, “फादर विक्टर के संदेश ने हमें यह याद दिलाया कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि हम अपने पर्यावरण की रक्षा करें और समाज के जरूरतमंद लोगों की सहायता करें। हमने इस दिशा में कई नई योजनाएं शुरू की हैं और जनता का सहयोग भी प्राप्त कर रहे हैं।”
### लॉकडाउन के दौरान सेवा कार्य
फादर विक्टर ने जौनपुर में लॉकडाउन के दौरान हजारों लोगों के घरों पर खाने-पीने के सामान और जरूरी वस्तुओं को बिना किसी दिखावे के पहुंचाया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि हर जरूरतमंद को सहायता मिले और कोई भूखा न रहे।
### सामाजिक कार्यक्रमों में भागीदारी
फादर विक्टर ने हमेशा सामाजिक कार्यों और गरीबों-मजलूमों की सेवा से जुड़े कार्यक्रमों में अत्यधिक भाग लिया है। चाहे वह शादी-ब्याह के कार्यक्रम हों या कोई अन्य सामाजिक आयोजन, फादर विक्टर ने हमेशा एक पौधा उपहार में देकर पर्यावरण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है।
### निष्कर्ष
फादर पी. विक्टर का यह प्रेरणादायक संदेश हमें यह सिखाता है कि मेहनत और सेवा का कोई विकल्प नहीं है। चाहे स्थिति कैसी भी हो, निरंतर प्रयास और दूसरों की सहायता से ही हम अपने जीवन को सफल और समाज को बेहतर बना सकते हैं। उनका यह संदेश हमें यह भी याद दिलाता है कि पर्यावरण की रक्षा और समाज सेवा हमारा कर्तव्य है, जिसे हमें हर परिस्थिति में निभाना चाहिए।
फादर विक्टर के विचारों से प्रेरित होकर हम सभी को अपने जीवन में मेहनत और सेवा को स्थान देना चाहिए, ताकि हम एक सुंदर और स्वस्थ समाज और पर्यावरण का निर्माण कर सकें। उनकी अपील ने न केवल आम जनता बल्कि शासन-प्रशासन को भी जागरूक किया है, जिससे समाज और पर्यावरण दोनों की भलाई के लिए नए और सकारात्मक कदम उठाए जा रहे हैं।