जौनपुर।
सोमवार रात बाराबंकी के हैदरगढ़ में एक अज्ञात वाहन ने बाइक सवार दो दोस्तों को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे ने दो परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है। मृतकों की पहचान 32 वर्षीय शिवा सोनी (पुत्र सोचन सेठ) और 35 वर्षीय रवि सोनी (पुत्र स्व. ओमप्रकाश सेठ) के रूप में हुई है।
बिना बताए निकले थे घर से
शिवा और रवि बचपन के गहरे मित्र थे और सोमवार को बिना परिवार को बताए लखनऊ के लिए निकले थे। शिवा के पिता सोचन सेठ ने बताया कि शिवा शाम 5 बजे व्यवसायिक काम से जौनपुर गया था। वापस आने के बाद वह बिना किसी को बताए निकल गया। रात 10 बजे पुलिस ने शिवा के मोबाइल से उसकी मां को फोन कर घटना की जानकारी दी। जैसे ही यह खबर परिवार तक पहुंची, मातम का माहौल छा गया।
मातम का माहौल
रवि सोनी के घर का भी यही हाल था। जैसे ही पुलिस ने हादसे की सूचना दी, परिवार में चीख-पुकार मच गई। दो युवकों की एक साथ मौत ने पूरे मोहल्ले को गमगीन कर दिया।
मृतकों की व्यथा
शिवा उर्फ पप्पू आभूषण का काम करता था। उसकी मौत से उनके दोनों बच्चे, कृष्णा और गुड़िया, अनाथ हो गए। पत्नी आकांक्षा का रो-रो कर बुरा हाल हो गया।
रवि सोनी की पत्नी का छह साल पहले ही निधन हो चुका था और उनके पिता की भी मृत्यु हो गई थी। रवि किसी काम में नहीं लगे थे और उनकी दो बेटियां, जान्हवी और मानवी, उनके साथ रह रही थीं। पिता की दर्दनाक मौत से दोनों बहनें अनाथ हो गईं और उनके आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे।
एक दर्दनाक अंत
यह हादसा न केवल इन परिवारों के लिए, बल्कि पूरे मोहल्ले के लिए एक बड़ा सदमा है। दोनों परिवारों में मातम और गम का माहौल है, जो किसी भी संवेदनशील दिल को छू जाएगा। यह दुर्घटना हर उस व्यक्ति को झकझोर देगी जो इसे सुनेगा या पढ़ेगा, और उनके दिलों में एक गहरा दर्द छोड़ जाएगी।
शिवा और रवि की अनायास मौत ने उनके परिवारों को एक ऐसे दुख में डुबो दिया है, जिससे उबरना आसान नहीं होगा। इन परिवारों की त्रासदी, उनके दर्द और उनके आंसू, हर इंसान को संवेदनशील बना देंगे।
दो दोस्तों का यह दुखद अंत हर किसी के दिल को झकझोर देगा। यह दुर्घटना हमें याद दिलाती है कि जीवन कितना अनिश्चित हो सकता है और हमें अपने प्रियजनों के साथ हर पल का महत्व समझना चाहिए।