जौनपुर।
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय के उमानाथ सिंह इंजीनियरिंग संकाय में रविवार को विश्व स्ट्रोक दिवस के अवसर पर एक विशेष स्वास्थ्य और जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य स्ट्रोक के प्रति जागरूकता बढ़ाना और समुदाय को मुफ्त चिकित्सा परामर्श देना था।
विश्वविद्यालय के अतिरिक्त आस-पास के गांवों के लगभग 150 लोगों ने इस शिविर में भाग लिया, जिसमें 24 लोगों में गंभीर बीमारियों की पहचान की गई। इनमें से कुछ गंभीर मामलों को आगे के परीक्षण और उपचार के लिए यूरोसर्जन के पास रेफर किया गया।शिविर का आयोजन आरोग्य मित्र फाउंडेशन द्वारा किया गया, जिसमें मुख्य सलाहकार के रूप में बीएचयू के सहायक प्रोफेसर डॉ. वरुण कुमार सिंह (डीएम न्यूरोलॉजी) ने अपनी सेवाएं प्रदान कीं। उन्होंने स्ट्रोक के संकेत, लक्षण, और जोखिमों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। शिविर में प्रश्न-उत्तर सत्र का भी आयोजन हुआ, जिसमें डॉ. सिंह ने स्ट्रोक से बचाव और उपचार के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।कार्यक्रम का संयोजन प्रमुख स्वास्थ्य कार्यकर्ता डॉ. मनीष प्रताप सिंह और चीफ वार्डन के सहयोग से किया गया, जबकि अध्यक्षता प्रोफेसर अजय द्विवेदी ने की। कार्यक्रम का स्वागत भाषण डॉ. बद्री प्रसाद सिंह ने दिया और समापन डॉ.मनीराम चिकित्सा अधिकारी व डॉ. मनीष प्रताप सिंह ने किया।