विश्वविद्यालय परिसर में ध्वजारोहण, पूर्व सैनिकों का सम्मान
जौनपुर: वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने गर्व और सम्मान के साथ सरस्वती सदन में ध्वजारोहण किया। इस विशेष अवसर पर, सुरक्षाबलों ने गार्ड ऑफ ऑनर प्रस्तुत किया और कुलपति ने देश के पांच विशिष्ट पूर्व सैनिकों को अंगवस्त्रम और स्मृति चिह्न प्रदान कर उनके अमूल्य योगदान को मान्यता दी।
कुलपति प्रोफेसर वंदना सिंह ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा, “हमारा देश एक सामूहिक प्रयास से बना है और इसका भविष्य भी हमारे सामूहिक संकल्प पर निर्भर है। देश की सुंदरता और गरिमा को बनाए रखने के लिए, हर व्यक्ति को अपने कर्तव्यों और दायित्वों को पूर्ण निष्ठा के साथ निभाना चाहिए। आज हम संकल्प लें कि हम अपने देश के विकास में सक्रिय और प्रभावी भूमिका निभाएंगे।”
उन्होंने स्वतंत्रता के उत्सव की गहराई को समझाते हुए कहा कि स्वतंत्रता सिर्फ एक अधिकार नहीं है, बल्कि यह एक महत्वपूर्ण जिम्मेदारी भी है। इस स्वतंत्रता ने हमें विचार, अभिव्यक्ति और कार्य करने की स्वतंत्रता दी है, लेकिन इसके साथ हमें अपने कर्तव्यों का भी पालन करना होगा। कुलपति ने स्वतंत्रता संग्राम के गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके बलिदान को याद किया।
इस समारोह में विश्वविद्यालय के शिक्षक प्रो. बी डी शर्मा, प्रो. राजेश शर्मा और डॉ. रसिकेश ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी, जिसने सभी को भावुक कर दिया। कार्यक्रम का संचालन परीक्षा नियंत्रक विनोद कुमार सिंह ने किया, और आभार का प्रस्ताव कुलसचिव महेंद्र कुमार ने प्रस्तुत किया। सम्मानित पूर्व सैनिकों में अरविन्द कुमार सिंह, रामसेवक यादव, मनोज कुमार सिंह, चन्द्रचुड राय और राम सागर पाण्डेय शामिल थे।
समारोह में कुलसचिव महेंद्र कुमार, वित्त अधिकारी संजय राय, परीक्षा प्रो. मानस पांडेय, प्रो. अविनाश डी. पाथर्डीकर, प्रो. अजय द्विवेदी, प्रो. देवराज सिंह, प्रो. राज कुमार, प्रो. मनोज मिश्र, प्रो. संदीप सिंह, प्रो. प्रदीप कुमार, प्रो. नुपूर तिवारी, प्रो. संतोष कुमार, प्रो. गिरधर मिश्र, मनीष गुप्ता, डॉ. मनीष प्रताप सिंह, डॉ. दिग्विजय सिंह राठौर, डॉ. सुनील कुमार, डॉ. जाह्नवी श्रीवास्तव, डॉ. अन्नू त्यागी, डॉ. श्याम कन्हैया, डॉ. मनोज पांडेय, उप कुलसचिव अमृत लाल, अजीत सिंह, बबिता सिंह, संचालन राज नारायण सिंह, रामजी सिंह, डॉ. लक्ष्मी प्रसाद मौर्य, राजेंद्र सिंह, कपिल त्यागी, श्रीनाथ यादव, हेमंत श्रीवास्तव, जगदम्बा मिश्रा, सुशील प्रजापति, इंद्रेश गंगवार सहित सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, कर्मचारी और छात्र मौजूद थे।