स्वास्थ्य केंद्र पर नाबालिग का प्रसव, लापरवाही के चलते स्वास्थ्य कर्मी तलब
बिना रजिस्ट्रेशन नाबालिग का प्रसव कराने पर स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप
जौनपुर।
करंजाकला के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में जननी सुरक्षा केंद्र पर एक नाबालिग का बिना रजिस्ट्रेशन प्रसव कराने का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. लक्ष्मी सिंह ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ड्यूटी पर तैनात स्वास्थ्य कर्मियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई में लापरवाही पर पीड़ितों में रोष व्याप्त है।
प्रतिमा पांडे, जो उस वक्त ड्यूटी पर थीं, का बयान दर्ज कर लिया गया है। वहीं, अन्य स्वास्थ्य कर्मियों – स्वर्णिमा सिंह और रसना राय – पर भी कार्रवाई की गई है, जिन्होंने प्रसव का रिकॉर्ड सही से मेंटेन नहीं किया था। उन्हें डिलीवरी सेवाओं से हटाने का आदेश जारी किया गया है। दोनों को चार नवंबर को सीएमओ कार्यालय में बयान दर्ज करने के लिए बुलाया गया है, जिससे मामले की तह तक जाया जा सके।नाबालिग और उसके बच्चे की देखभाल हेतु विशेष इंतजाम प्रसव के बाद, नाबालिग को सुरक्षित रूप से उसके घर भेज दिया गया है, जबकि नवजात की उचित देखभाल के लिए उसे जिला प्रशासन द्वारा चाइल्ड केयर सेंटर भेजा गया है। यह कदम नाबालिग और उसके बच्चे की सुरक्षा और उनकी देखभाल को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि दोनों को उचित चिकित्सकीय देखरेख और सहायता उपलब्ध कराई जाए। इस मामले ने जननी सुरक्षा केंद्र की प्रक्रियाओं और मानकों पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।दुष्कर्म के आरोपितों पर कार्रवाई में लापरवाही, पीड़ित परिवार में रोष इस घटना के पीछे दुष्कर्म का मामला उजागर होने के बावजूद पुलिस की ओर से अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। पीड़ित परिवार ने सिद्दीकपुर बजरंग कॉलोनी के आरोपितों की पहचान कर उन्हें दोषी ठहराने की मांग की है। परिवार का कहना है कि पुलिस केवल खानापूर्ति कर रही है और आरोपितों के प्रभावशाली होने के कारण उन पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि आरोपी परिवार आर्थिक और राजनीतिक रूप से ताकतवर है, जिसके कारण पुलिस उन पर कड़ी कार्रवाई से बच रही है। जनता में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर भारी असंतोष है और वे पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह मामले की निष्पक्ष जांच करे और आरोपितों पर सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करे। परिवार का कहना है कि यदि पुलिस उचित कार्रवाई नहीं करती है, तो वे उच्च स्तर पर अपील करेंगे।