अयोध्या
हसनू कटरा स्थित ऐतिहासिक बनी खानम के मकबरे में पांच दिवसीय खमसा मजलिस का आगाज हो गया।
पहली मजलिस को मौलाना सादिक हसन ने संबोधित किया। कहा कि हमको अपना अखलाख व्यवहार दूसरों के प्रति अच्छा रखना है। यह इबादतों में सबसे बड़ी इबादत है। क्योंकि हर नबी और पैगंबर का यही पैगाम और संदेश था इंसान एक इंसान से मोहब्बत करें। उन्होंने कहा कि दीन-ए-इस्लाम की बुनियाद भी अखलाक और मोहब्बत है। जिस तरह नमाज, रोजा, हज और जकात यह सब इबादत का तरीका है इस तरह इंसान को एक दूसरे के प्रति मोहब्बत रखनी चाहिए। उन्होंने हजरत इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम के ऊपर जुल्म का जिक्र किया। कहा अजीम कुर्बानी सिर्फ इंसानियत और हक को बचाने के लिए दी गई थी। बाद मजलिस मौलाना जफर अब्बास कुम्मी ने बताया कि यहां पांच दिवसीय मजलिस का आगाज हो चुका है। जिसमें अलग-अलग मौलाना मजलिस को संबोधित करेंगे। यह मजलिस रोज सुबह ठीक 8 बजे शुरू होगी और 9:00 के अंदर खत्म हो जाएगी। मौलाना ने पुरातत्व विभाग से अनुरोध किया है कि मकबरे के अंदर बने रास्ते में बिजली के खंभे को किनारे कर दिया जाए।